शमा एक गरीब लड़की थी जो अपने परिवार के साथ एक छोटे से गाँव में रहती थी। उसके माता-पिता की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब थी, और वह दिन-रात मेहनत करते थे ताकि उनकी तीन बच्चियों को खाना पिला सकें और उन्हें शिक्षा दिला सकें।
शमा बचपन से ही बहुत होशियार और पढ़े लिखे थी। वह अपने सपनों को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत करती थी। लेकिन उसकी किस्मत ने उसके साथ धोखा किया।
जब उसकी उम्र 16 साल की हुई, तो उसके माता-पिता ने उसे एक अमीर आदमी से शादी करने के लिए मजबूर किया। शमा की मर्जी के बावजूद, उसके परिवार ने उसकी शादी कर दी।
शमा की शादी के बाद, उसका जीवन हिल गया। वह उस अमीर आदमी के साथ एक घर में रहने लगी, जिसकी वह कभी सोचती भी नहीं थी। उसके पति ने उसे शिक्षा लेने से रोक दिया और उसे अपनी मर्जी के खिलाफ जीने को मजबूर किया।
शमा का जीवन अब उसके ख्वाबों की तरह नहीं था। उसने अपनी सभी आशाएं और सपने खो दिए थे। उसका दिल तोड़ा गया था, लेकिन वह अपने परिवार के लिए मजबूर रही।
यह कहानी हमें यह बताती है कि कभी-कभी हमारी सोच से अलग हमारा भविष्य होता है। शमा ने मेहनत की, लेकिन उसकी मेहनत उसके सपनों को पूरा नहीं कर पाई। इसका सबका यही है कि हमें अपनी आज़ादी और अपनी मर्जी की दिया गया महत्व समझना चाहिए, ताकि हम अपने जीवन को अपनी पसंद के अनुसार जी सकें।