बिहार कृषि प्रबंधन और प्रसार प्रशिक्षा संस्थान- किसानों की उन्नति का सहारा
भारत का कृषि उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था का एक मुख्य स्तंभ है। इसमें किसानों का योगदान महत्वपूर्ण है और बिहार जैसे कृषि-प्रधान राज्यों में किसानों का योगदान और महत्व और भी अधिक होता है। बिहार कृषि प्रबंधन और प्रसार प्रशिक्षा संस्थान (बीकेपीपीएस) एक ऐसा संगठन है जो किसानों की प्रगतिशील कृषि और प्रगतिशील तकनीकों को बढ़ावा देने में सहायक है।
बीकेपीपीएस का उद्देश्य है किसानों को नई कृषि तकनीकों और वैज्ञानिक प्रयोगों से परिचित कराना, उन्हें उन्नत बीज, फसलों की खेती, उपज की बचत, और व्यावसायिक प्रबंधन में मदद करके उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना। इस संस्थान का मुख्य उद्देश्य बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि विकास के लिए अनुकूल सामर्थ्य विकसित करना है।
बीकेपीपीएस, सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर किसानों को कृषि तकनीकों के नए और प्रगतिशील साधनों की प्रशिक्षण प्रदान करता है। इसके माध्यम से किसानों को मॉडर्न कृषि उपकरण, समृद्ध बीज, फसल सुरक्षा योजनाओं, और कृषि वित्त से जुड़े अन्य उचित सुझाव दिए जाते हैं।
संस्थान किसानों के लिए कृषि विज्ञान केंद्रों का गठन करता है, जहां उन्हें बीज उचितता, जलवायु अनुसंधान, फसल रोग, और कृषि तकनीकों पर शिक्षा दी जाती है। बीकेपीपीएस किसानों के लिए समृद्ध व्यापारिक मार्गदर्शक प्रदान करता है ताकि वे अपने फसलों को बेहतर दामों पर बेचें और अनुदान और सरकारी योजनाओं से लाभ उठा सकें।
बिहार कृषि प्रबंधन और प्रसार प्रशिक्षा संस्थान किसानों के हित में प्रगतिशील कृषि तकनीकों का समर्थन करता है और उन्हें आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनाने में सहायक है। इस संस्थान की उपलब्धियों का किसानों की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान है और यह बिहार की कृषि उद्यमिता को और भी प्रगतिशील बनाता है।